-कांग्रेस ने बैठे बिठाए लपका मुद्दा, भाजपा नेताओं ने दी कारतूस पर सफाई, जांच का अगला क्रम होगा अहम
Gauri Rudra News, Dehradun: भारत-नेपाल सीमा पर 40 जिंदा कारतूस और पिस्टल के साथ पकड़े गए रानीखेत विधायक डॉ प्रमोद नैनवाल के छोटे भाई सतीश नैनवाल के मामले में प्रदेश की सियासत गर्मा गई है। कांग्रेस इस मामले में हमलावर ही चुकी है। राज्य से लेकर केंद्र तक इस मामले को दबाने के आरोप लगाए जा रहे हैं। वहीं, प्रकरण की संवेदनशीलता और परिस्थितियों को देखते हुए भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष महेंद्र भट्ट से लेकर स्वयं विधायक डॉ नैनवाल बचाव की मुद्रा में दिख रहे हैं। नेपाल जाते समय बैग में कारतूस की बरामदगी को लेकर तर्क भी प्रस्तुत किए जा रहे हैं। खैर, प्रकरण में थाना बनबसा में आर्म्स एक्ट में मुकदमा पंजीकृत किया गया है और जांच का क्रम जारी है। जिसमें देर-सबेर सच्चाई सामने आने की उम्मीद की जा रही है।
क्षेत्र में माओवाद के पुराने इतिहास को देखते हुए घटना चिंताजनक: हरीश रावत
इस घटनाक्रम में कांग्रेस पूरी तरह हमलावर रुख अपना चुकी है। कांग्रेस के दिग्गज नेता और पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने मीडिया को दिए बयान में कहा कि नेपाल की सरकार ने सीमा से लगे देश के जिलों के प्रशासन को आगाह किया था। जिसमें पिछले समय से चली आ रही कुछ संदिग्ध गतिविधियों का हवाला दिया गया। अब जिंदा कारतूस की यह घटना आंतरिक सुरक्षा के प्रति सवाल खड़े करती है। उन्होंने कहा कि इस क्षेत्र में माओवाद के पुराने इतिहास को देखते घटना बेहद गंभीर प्रतीत होती है। कुछ तथ्य और एकत्रित किए जा रहे हैं। जल्द आंतरिक सुरक्षा, राजनीतिक और सामाजिक चिंता का सबब बने प्रकरण को लेकर जल्द राज्यपाल से मुलाकात की जाएगी। दूसरी तरफ भाजपा के प्रदेश प्रवक्ता सुरेश जोशी ने हरीश रावत के बयान को राजनीतिक लाभ लेने और सनसनी फैलाने की कोशिश करार दिया है।
लाइसेंसी रिवाल्वर घर में है, गलती से कारतूस बैग में रह गए: महेंद्र भट्ट
प्रकरण में सामने आने के बाद भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष महेंद्र भट्ट ने कहा कि उनकी रानीखेत विधायक से फोन पर बात की थी। जानकारी मिली है कि उनके भाई बड़े कॉन्ट्रेक्टर हैं। नेपाल से श्रमिक लाने की प्रक्रिया के तहत वह नेपाल जा रहे थे। उनके पास लाइसेंसी रिवाल्वर है। वह घर में है, मगर गलती से कारतूस बैग में रह गए। इसी तरह की कई बातें उन्होंने सफाई स्वरुप मीडिया को बताई। साथ ही कहा कि सभी पहलुओं को देखा जा रहा है। नियम सभी के लिए बराबर हैं।
मेरे भाई परिवार के साथ हल्द्वानी में रहते हैं: डॉ प्रमोद नैनवाल
कारतूस प्रकरण में सियासत तेज होने के बाद रानीखेत के विधायक डॉ प्रमोद नैनवाल का भी एक वीडियो बयान सामने आया है। जिसमें उन्होंने कहा कि उनका भाई सतीश नैनवाल उनसे अलग अपने परिवार के साथ हल्द्वानी में रहता है। उनका कारोबार के सिलसिले में नेपाल आना-जाना होता है। इसके अलावा विधायक ने भी लाइसेंसी रिवाल्वर और जल्दबाजी में गलती से कारतूस बैग में रह जाने की बात को दोहराया। साथ ही बताया कि पूछताछ के दौरान उनके भाई ने गोली आदि की रसीदें दिखाई हैं।
पाप का घड़ा भर गया है, इंटरनेशनल ट्रीटी का दिया हवाला: करन माहरा
उत्तराखंड कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष करन माहरा ने भी कारतूस प्रकरण में तीखी टिप्पणी की है। उन्होंने कहा कि पापा का घड़ा भर चुका है और अब शासन, प्रशासन और सरकार लीपापोती कर रही है। विधायक के भाई को लाइसेंस आदि प्रस्तुत करने के लिए समय दिया गया। जो गलत नजर बन सकता है। उन्होंने सवाल पूछा कि क्या इंटरनेशन ट्रीटी में इस बात की अनुमति है। यह बेहद गंभीर मामला है, जिसको उठाने के लिए कांग्रेस हर स्तर तक जाएगी।
यह है कारतूस आदि की बरामदगी की घटना
40 जिंदा कारतूस और पिस्टल आदि की बरामदगी बनबसा चौकी (शारदा बैराज) पर तैनात एसएसबी (सशस्त्र सीमा बल) की टीम ने चेकिंग के दौरान की। जिसमें बताया गया कि शुक्रवार शाम सतीश नैनवाल और उनके ड्राइवर दिनेश चंद्र निजी वाहन (यूके04 एके 2477) से भारत से नेपाल की तरफ जा रहे थे। तलाशी के दौरान बैग से 7.65 एमएम के 40 जिंदा कारतूस के साथ ही एक पिस्टल, क्लीनिंग रॉड, 03 आईफोन, 02 अन्य स्मार्ट फोन, 51 हजार रुपये, भारतीय और नेपाली टेलीकॉम कंपनी के 04 सिम बरामद किए गए हैं। गंभीर यह कि तलाशी के समय चालक दिनेश कार को लेकर नेपाल की तरफ फरार भी हो गया था। हालांकि, एसएसबी के एक आरक्षी ने मोटरसाइकिल से उनका पीछा भी किया। बाद में चौकी में पहुंचे आरोपी ने जब अपना नाम सतीश चंद्र नैनवाल बताते हुए हड़बड़ी में वह भाग गए थे। उनका ऐसा कोई इरादा नहीं था।