– मुख्यालय में जमे अफसरों को भी फील्ड में उतारा, देनी होगी परफोर्मेंस, शराब माफिया के दिन लद गए
Gauri Rudra News, Dehradun: उत्तराखंड का आबकारी विभाग शराब माफिया का चंगुल से बाहर निकलकर प्रदेश के राजस्व हितों की रक्षा की तरफ बढ़ता दिख रहा है। प्रदेश की धामी सरकार ने आबकारी नीति में पर्वतीय क्षेत्रों और यहां के उत्पादों के मुताबिक कई प्रविधान किए। यह नीति सरकार की मंशा के अनुरूप ही आगे बढ़ सके, इसके लिए अब सरकार पर्वतीय मूल के ऐसे अधिकारियों को मुख्यधारा में ला रही है, जो राज्य के राजस्व के प्रति समर्पित होकर काम कर सकते हैं। न कि दूसरे राज्यों के शराब सिंडीगेट के साथ मिलकर सिर्फ अपने हित साधने की जुगत में रहे।
इसके लिए शासन ने बीते दिन उपायुक्त से लेकर जिला आबकारी अधिकारियों और सहायक आयुक्तों के तबादले किए, उनमें इस बात को विशेष रूप से ध्यान में रखा गया। देहरादून के जिला आबकारी अधिकारी राजीव चौहान लंबे समय से अपनी कुर्सी बचाने के लिए प्रयास कर रहे थे। लेकिन, सरकार ने उन्हें उत्तरकाशी भेजकर लंबे समय से राजधानी से दूर रखे गए टिहरी के जिला आबकारी कैलाश बिंजोला को देहरादून की कमान सौंपी है।
दूसरी तरफ एक जगह पैर जमाए बैठे अधिकारियों को संदेश देने की कोशिश की गई है कि सरकार के लिए लॉबी से ज्यादा प्रदेश का हित मायने रखता है। इसमें राजधानी के मोह में ही मुख्यालय में जमे 04 अधिकारियों को फील्ड में हाथ-पैर खोलने के लिए भेज दिया गया है। अन्य कई जिलों की कमान में भी उत्तराखंड मूल के अधिकारियों की पैठ लंबे समय बाद देखने को मिली है। नैनीताल के जिला आबकारी अधिकारी नाथू राम जोशी को भी ऊधमसिंहनगर जैसे अहम जिले की कमान सौंपी गई है। लंबे समय से आबकारी मुख्यालय में अटैच रहीं तेज तर्रार अधिकारी सहायक आयुक्त रेखा जुयाल का अटैचमेंट समाप्त कर उन्हें मुख्यालय में ही सहायक आयुक्त के रूप में खुला हाथ दिया गया है। ताकि वह प्रदेश के राजस्व के हित अधिक स्वछंद निर्णय ले सकें। इसी तरह जिला आबकारी अधिकारी बागेश्वर मीनाक्षी टम्टा को नैनीताल जैसे बड़े जिले की जिम्मेदारी सौंपी गई है। वहीं, लक्ष्मण सिंह को रुद्रप्रयाग की अपेक्षा अधिक बड़ा जिला टिहरी दिया गया है।
आबकारी अधिकारियों के स्थानांतरण में सरकार ने कामकाज और क्षमता के पैमाने को भी नजरंदाज नहीं किया है। यही कारण है कि राजधानी में जमे कुछ अधिकारियों को दूर दराज की सैर कराकर सीधी जवाबदेही से भी बांधा गया है। आबकारी मुख्यालय में उपायुक्त की कुर्सी पर जमे विवेक सोनकिया को ऊधमसिंहनगर और नैनीताल का परिक्षेत्र देने के साथ ही उच्च न्यायालय में विभाग के विरुद्ध दायर वादों की जिम्मेदारी भी लाद दी गई है। जिला आबकारी अधिकारी उत्तरकाशी संजय कुमार को भी उच्च न्यायालय से संबंधित जिम्मेदारी सौंपने के साथ ही संयुक्त आयुक्त कार्यालय कुमाऊं से भी अटैच किया गया है। इसी तरह आबकारी मुख्यालय से सहायक आयुक्त राजेंद्र लाल, दुर्गेश्वर त्रिपाठी, दीपाली शाह को भी फील्ड में भेजा गया है।